शोर ....
है शोर ही शोर है चारों ओर ;
मदहोशी सी धुन, फैली है घनगोर ।
जहाँ, सन्नाटे सी चुप्पी है होटों पर !
पर, नज़रों से सब, कह देते हैं लोग।
है शोर ही शोर है चारों ओर ;
मदहोशी सी धुन, फैली है घनगोर ।
गुप-चुप, चुप-चुप रहते हैं अब सीने में ;
मुझमें ही बंध, मेरे, यह मन के बोल !
बड़े प्यार से फिर, टटोलता हूँ सीने को ;
की हिम्मत मिले इन्हें, और उमड़ पड़े यह बोल ।
पर, फिर चुप-चुप सा हो जाता हूँ ।
कि, गुम न हो जाए, मेरे यह बोल ;
उसमे, जो है फैला चारो ओर ।
है शोर ही शोर है चारों ओर ;
मदहोशी सी धुन, फैली है घनगोर ।
है, शोर ही शोर है, चारों ओर ।
है, शोर ही शोर है, चारों ओर ।।
©FreelancerPoet
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Song : Aur Ho ( Movie : Rockstar)
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Note: To enjoy the poem you may read it while listening to the mentioned song.
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The stares which we get for no reason often hit us hard and at times even lead us to loosing our voice .
Whether it be in form of the everyday affair of a women walking past a street , or a man just doing what he loves and enjoying himself without doing the "manly" stuffs or acting "manly" .
#NoToStares #NoStares #LetsTalkAboutIt
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